परामर्श संस्थान की महत्वपूर्ण गतिविधियों में से एक है जिसके माध्यम से स्पष्ट अध्ययन, विश्लेषण, अभिकल्प आदि के लिए विशेषज्ञता और सुविधाओं का उपयोग किया जाता है। सीपीआरआई निम्न विस्तृत क्षेत्रों में परामर्श सेवाएं प्रदान करता है
- एच वी उपकेंद्र तथा विद्युत संयंत्र वैयुत उपकरण का निदान एवं स्थिति मानीटरन
- परिणामित्र तेल का स्थल परीक्षण
- विद्युत प्रणाली स्वचालन / वितरण स्वचालन स्मार्ट ग्रिड
- विद्युत प्रणाली अध्ययन,विद्युत प्रणाली नियंत्रण का वास्तविक काल अनुकार,संरक्षण संपरीक्षण,नवीकरणीय ऊर्जा-पवन एवं सौर का ग्रिड एकीकरण रिले समन्वय अध्ययन
- ताप एवं जल विद्युत संयंत्र का आरएलए तथा आर एवं एम,विद्युत संयंत्र घटकों का स्थिति निर्धरण,कोयला मिलों तथा शीतलन टावरों का निष्पादन मूल्यांकन अति तापन तथा पुन: तापक ट्यूबों में स्वस्थाने ऑक्साइड पपड़ी मापन,ताप विद्युत केंद्र संयंत्र का अविनाशी मूल्यांकन,बॉयलरों का जल भित्ती ट्यूबों का संक्षारण मापन
- सभी इंजीनियरी घटकों की विफलता और मूल कारण विश्लेषण,ऊर्जा संपरीक्षण,ताप शक्ति केंद्रों का ईंधन संपरीक्षण ताप शक्ति केंद्रों के लिए संयंत्र इष्टतमीकरण में प्रशिक्षण सेवाएं
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प्रदूषण मापन अध्ययन,भूसंपर्कन प्रणाली का अभिकल्प,मृदा प्रतिरोधकता का मापन आदि।
विद्युत मंत्रालय,भारत सरकार द्वारा शुरू किए गए विद्युत क्षेत्र के विकास कार्यक्रमों में संस्थान शामिल रहा है। ये कार्यक्रम इस प्रकार है :
- एपीडीआरपी योजना के तहत जीडीमेटला औद्योगिक क्षेत्र,टीएसएसपीडीसीएल,हैदराबाद में स्मार्ट ग्रिड पर प्रायोगिक परियोजना के लिए सलाहकार।
- तेलंगाना,आंध्र प्रदेश और पुडुचेरी के चयनित सात शहरों के लिए स्काडा/डीएमएस सलाहकार।
- बेसकॉम के लिए स्मार्ट ग्रिड प्रायोगिक परियोजना का अभिकल्प और विकास के लिए सलाहकार।
- मैसूर शहर में जल आपूर्ति योजना के लिए आईएमआईएस और स्काडा के कार्यान्वयन के लिए मसौदा निविदा अनुसूची के पुनरीक्षण के लिए सलाहकार और स्थल पर जल स्काडा कार्यों का तृतीय पार्टी स्वतंत्र मूल्यांकन ।
- त्वरित विद्युत विकास और सुधार कार्यक्रम(एपीडीआरपी)के लिए सलाहकार-सह-परामर्शदाता और पुनर्गठित त्वरित विद्युत विकास और सुधार कार्यक्रम(आर-एपीडीआरपी)के तहत स्काडा/डीएमएस परामर्शदाता के रूप में सूचीबद्ध|
सीपीआरआई विद्युत वितरण प्रणाली में सुधार के लिए विभिन्न योजनाओं के कार्यान्वयन के बाद वितरण नेटवर्क में हानि का आकलन और लाभों का मूल्यांकन करने के लिए विभिन्न राज्यों के विद्युत नियामक आयोग,वितरण उपयोगिताओं और उद्योगों को परामर्श सेवाएं प्रदान कर रहा है।
सीपीआरआई निम्नलिखित योजनाओं के लिए परियोजना प्रबंधन अभिकरण पीएमए के रूप में शामिल है
- दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना(डीडीयूजीजेवाई)
- एकीकृत विद्युत विकास योजना(आईपीडीएस)
- राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना(आरजीजीवीवाई)और निरंतर ज्योति योजना (एनजेवाई) के तहत तृतीय पार्टी स्वतंत्र अभिकरण (टीपीआईए) ।